Saturday, November 11, 2017

टेस्ट ऑफ बिहार : स्वाद व सेहत की डली, ब्रह्मपुर के गुड़ की लजीज लड्डू-जलेबी

- शाहपुर-भोजपुर का बेमिसाल स्वाद है गुड़ से बनी जलेबी और गुड़ के शीरे में ही बनी बूंदी लड्डू
पटना.

आपने शक्कर की जलेबी को खूब खाई होगी लेकिन क्या कभी गुड़ के शीरे में बनी हुई जलेबी चखी है? स्वाद में लजीज और सेहत के लिए गुणकारी यह बेमिसाल स्वाद आपको बिहार के शाहपुर-भोजपुर इलाके में विशेष तौर पर मिलेगी. इस इलाके में गुड़ की जलेबी और गुड़ के ही शीरे में बने बुंदी लड्डू के कारीगर भी मिलते हैं और उसके कद्रदान भी. भोजपुर जिले में स्थित बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ की नगरी ब्रह्मपुर की गुड़ की जलेबी और बूंदी लड्डू शाहपुर या यूं कहे पूरे भोजपुर में उपलब्ध है पर ब्रह्मपुर के सामने सब फीके हैं. यहीं पर गुड़ के शीरे में डूबे हुए बूंदी से निर्मित लड्डू भी मिलता है. यहां शंकर मिष्ठान्न भंडार की इस मामले में खासी पहचान है.
मंद आंच पर तलने के बाद बनता है शीरा
कारीगर शंकर कहते हैं कि शुद्ध देसी तरीके से लकड़ी या कोयले के मंद आंच पर तलने के बाद गुड़ की चासनी में डुबोयी जलेबी का स्वाद निराला होता है. उसी प्रकार शुद्ध चने के बेसन की बुंदिया को गुड़ की चासनी में पकाकर सौंफ इलायची के साथ मिक्स कर लड्डू बनाया जाता है जो एक महीने तक खराब नहीं होता है. ब्रह्मपुर शाहपुर में गुड़ की जलेबी और लड्डू को लोग शुद्धता और स्वाद के साथ ही सेहत के लिए बतौर संदेश दूर दूर भेजते हैं.
सर्दियों में शरीर को अंदर से गर्म रखता है यह स्वाद
आमतौर पर जलेबी और बूंदी में शक्कर के शीरे का प्रयोग होता है. गुड़ से बने जलेबी और लड्डू की तासीर गर्म होती है जिसकी वजह से यह सर्दी से बचाती है और शरीर को अंदर से गर्म भी रखती है. पीढ़ीयों से कई परिवार इस पेशे से जुड़े हुए हैं, जिनके खानदानी दुकान खासे मशहूर हैं. स्वाद के कद्रदान विनय चतुर्वेदी कहते हैं कि वैसे तो गुड़ सेहत व आयुर्वेद के दृष्टिकोण से प्राचीन मिठास की वस्तु है जब इससे जलेबी का निर्माण होता है तो इसका जवाब नहीं. इसी तरह लड्डू भी बहुत स्वादिष्ट होता है. इस स्पेशल टेस्ट को एक बार जरूर चखना चाहिए.

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