Saturday, March 17, 2018

गर्मी आते ही हर शहर का फास्ट फूड हो जाता है अपना 'सत्तू'




टेस्ट ऑफ बिहार, पटना
कोलकाता हो या मुंबई. दिल्ली हो या चेन्नई. गर्मी के मौसम में अपना सत्तू हर शहर का फास्ट फूड बन जाता है. कोई इसका शरबत बनाकर पीता है तो कोई इसका स्वादिष्ट व्यंजन बनाकर खाता है. सत्तू को इतना पसंद किए जाने का कारण सिर्फ इसका स्वाद ही नहीं है बल्कि सेहत से जुड़े यह अनमोल फायदे भी हैं. गर्मी के मौसम में सूरज सुबह से ही अपनी रौ में रहते हैं और इस मौसम में हल्का और सुपाच्य सत्तू ऐसा खाद्य पदार्थ होता है जो अपने आप में एक संपूर्ण आहार माना जाता है. भौगोलिक कारणों के कारण चने का उत्पादन बिहार में बड़े पैमाने पर होता है और इससे बनने वाले सत्तू के गुणों के प्रशंसक देश के कई राज्यों में मिल जाते हैं. चने का सत्तू गर्मी में पेट की बीमारी और तापमान को नियंत्रित रखने में मदद करता है. सत्तू में फाइबर, कार्बोहाईड्रेट, प्रोटीन, स्टार्च और अन्य खनिज पदार्थ होते हैं. इसे पानी के साथ लेने से पेट ठंडा रहता है. चने के सत्तू में मूंग और सोया मिला लेने से सत्तू सेहत के लिए और फायदेमंद हो जाता है. सत्तू में रक्त साफ करने का गुण होता है जिससे खून की गड़बडियां दूर होती हैं.

सत्तू से बनते हैं कई स्वादिष्ट व्यंजन, पेट की समस्याओं से निजात दिलाता है सत्तू
वैसे तो आप सत्तू को ठोस और तरल, दोनों रूपों में ले सकते हैं पर आप सत्तू से बहुत तरह के स्वादिष्ट व्यंजन भी बना सकते हैं जैसे सत्तू की कचौड़ी, सत्तू का पराठा, सत्तू का लड्डू, नमकीन या मीठा शरबत यदि आप चने के सत्तू को पानी, काला नमक और नींबू के साथ घोलकर पीते हैं, तो यह आपके पाचन तंत्र के लिए फायदेमंद होता है. सत्तू के सेवन से ख़ासकर गर्मी के मौसम में पेट की समस्याओं से निजात पाया जा सकता है. बाज़ार में बिकने वाले शीतल पेय पदार्थ लोगों को आकर्षित तो कर सकते हैं, लेकिन गर्मी के मौसम में संतुष्ट करके स्वास्थ्य नहीं दे सकते बल्कि हानिकारक होते हैं, जबकि चने से बना सत्तू गर्मी से निजात दिलाने के साथ साथ शरीर के लिए काफ़ी लाभदायक है और तो और ये सारे वर्ग के लोगों के बजट में भी फिट बैठता है.

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